शनि साढे साती क्या है? पनौती शनि आरंभ दिनांक अंत दिनांक चरण छोटी पनौती कुंभ अप्रैल 29, 2022 जुलाई 12, 2022 --- छोटी पनौती कुंभ जनवरी 18, 2023 मार्च 29, 2025 --- छोटी पनौती मिथुन मई 31, 2032 जुलाई 12, 2034 --- साढे साती तुला जनवरी 28, 2041 फरवरी 05, 2041 उदय साढे साती तुला सितम्बर 26, 2041 दिसम्बर 11, 2043 उदय साढे साती वृश्चिक दिसम्बर 12, 2043 जून 22, 2044 शिखर साढे साती तुला जून 23, 2044 अगस्त 29, 2044 उदय साढे साती वृश्चिक अगस्त 30, 2044 दिसम्बर 07, 2046 शिखर साढे साती धनु दिसम्बर 08, 2046 मार्च 06, 2049 अस्त साढे साती धनु जुलाई 10, 2049 दिसम्बर 03, 2049 अस्त छोटी पनौती कुंभ फरवरी 25, 2052 मई 14, 2054 --- छोटी पनौती कुंभ सितम्बर 02, 2054 फरवरी 05, 2055 --- छोटी पनौती मिथुन जुलाई 11, 2061 फरवरी 13, 2062 --- छोटी पनौती मिथुन मार्च 07, 2062 अगस्त 23, 2063 --- छोटी पनौती मिथुन फरवरी 06, 2064 मई 09, 2064 --- साढे साती तुला नवम्बर 05, 2070 फरवरी 05, 2073 उदय साढे साती वृश्चिक फरवरी 06, 2073 मार्च 30, 2073 शिखर साढे साती तुला मार्च 31, 2073 अक्टूबर 23, 2073 उदय साढे साती वृश्चिक अक्टूबर 24, 2073 जनवरी 16, 2076 शिखर साढे साती धनु जनवरी 17, 2076 जुलाई 10, 2076 अस्त साढे साती वृश्चिक जुलाई 11, 2076 अक्टूबर 11, 2076 शिखर साढे साती धनु अक्टूबर 12, 2076 जनवरी 14, 2079 अस्त छोटी पनौती कुंभ अप्रैल 12, 2081 अगस्त 02, 2081 --- छोटी पनौती कुंभ जनवरी 07, 2082 मार्च 19, 2084 --- छोटी पनौती मिथुन सितम्बर 19, 2090 अक्टूबर 24, 2090 --- छोटी पनौती मिथुन मई 21, 2091 जुलाई 02, 2093 --- साढे साती तुला दिसम्बर 26, 2099 मार्च 17, 2100 उदय साढे साती तुला सितम्बर 17, 2100 दिसम्बर 02, 2102 उदय साढे साती वृश्चिक दिसम्बर 03, 2102 नवम्बर 29, 2105 शिखर साढे साती धनु नवम्बर 30, 2105 फरवरी 24, 2108 अस्त साढे साती धनु जुलाई 29, 2108 नवम्बर 22, 2108 अस्त छोटी पनौती कुंभ फरवरी 17, 2111 मई 02, 2113 --- छोटी पनौती कुंभ सितम्बर 22, 2113 जनवरी 25, 2114 --- छोटी पनौती मिथुन जुलाई 02, 2120 अगस्त 13, 2122 --- छोटी पनौती मिथुन मार्च 09, 2123 अप्रैल 15, 2123 --- साढे साती तुला अक्टूबर 27, 2129 जनवरी 18, 2132 उदय साढे साती वृश्चिक जनवरी 19, 2132 अप्रैल 25, 2132 शिखर साढे साती तुला अप्रैल 26, 2132 अक्टूबर 13, 2132 उदय साढे साती वृश्चिक अक्टूबर 14, 2132 जनवरी 07, 2135 शिखर साढे साती धनु जनवरी 08, 2135 अगस्त 07, 2135 अस्त साढे साती वृश्चिक अगस्त 08, 2135 सितम्बर 21, 2135 शिखर साढे साती धनु सितम्बर 22, 2135 जनवरी 06, 2138 अस्त छोटी पनौती कुंभ अप्रैल 01, 2140 अगस्त 22, 2140 --- शनि साढे साती : उदय चरण यह शनि साढ़े साती का आरम्भिक दौर है। इस दौरान शनि चन्द्र से बारहवें भाव में स्थित होगा। आम तौर पर यह आर्थिक हानि, छुपे हुए शत्रुओं से नुक़सान, नुरुद्देश्य यात्रा, विवाद और निर्धनता को दर्शाता है। इस कालखण्ड में आपको गुप्त शत्रुओं द्वारा पैदा की हुई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों से संबंध अच्छे नहीं रहेंगे और वे आपके कार्यक्षेत्र में बाधाएँ खड़ी कर सकते हैं। घरेलू मामलों में भी आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके चलते तनाव और दबाव की स्थिति पैदा होगी। आपको अपने ख़र्चों पर नियन्त्रण करने की आवश्यकता है, अन्यथा आप अधिक बड़े आर्थिक संकट में फँस सकते हैं। इस दौरान लम्बी दूरी की यात्राएँ फलदायी नहीं रहेंगी। शनि का स्वभाव विलम्ब और तनाव पैदा करने का है। हालाँकि अन्ततः आपको परिणाम ज़रूर मिलेगा। इसलिए धैर्य रखें और सही समय की प्रतीक्षा करें। इस दौर को सीखने का समय समझें और कड़ी मेहनत करें, परिस्थितियाँ स्वतः सही होती चली जाएंगी। इस समय व्यवसाय में कोई भी बड़ा ख़तरा या चुनौती न मोल लें। शनि साढे साती: शिखर चरण यह शनि साढ़े साती का चरम है। प्रायः यह दौर सबसे मुश्किल होता है। इस समय चन्द्र पर गोचर करता हुआ शनि स्वास्थ्य-संबंधी समस्या, चरित्र-हनन की कोशिश, रिश्तों में दरार, मानसिक अशान्ति और दुःख की ओर संकेत करता है। इस दौरान आप सफलता पाने में कठिनाई महसूस करेंगे। आपको अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम नहीं मिलेगा और ख़ुद को बंधा हुआ अनुभव करेंगे। आपकी सेहत और प्रतिरक्षा-तन्त्र पर्याप्त सशक्त नहीं होंगे। क्योंकि पहला भाव स्वास्थ्य को दर्शाता है इसलिए आपको नियमित व्यायाम और अपनी सेहत का ख़ास ख़याल रखने की ज़रूरत है, नहीं तो आप संक्रामक रोगों की चपेट में आ सकते हैं। साथ ही आपको मानसिक अवसाद और अज्ञात भय या फ़ोबिया आदि का सामना भी करना पड़ सकता है। संभव है कि इस काल-खण्ड में आपकी सोच, कार्य और निर्णय करने की क्षमता में स्पष्टता का अभाव रहे। संतोषपूर्वक परिस्थितियों को स्वीकार करना और मूलभूत काम ठीक तरह से करना आपको इस संकट की घड़ी से निकाल सकता है। शनि साढे साती: अस्त चरण यह शनि साढ़े साती का अन्तिम चरण है। इस समय शनि चन्द्र से दूसरे भाव में गोचर कर रहा होगा, जो व्यक्तिगत और वित्तीय मोर्चे पर कठिनाइयों को इंगित करता है। साढ़े साती के दो मुश्किल चरणों से गुज़रने के बाद आप कुछ राहत महसूस करने लगेंगे। फिर भी इस दौरान ग़लतफ़हमी आर्थिक दबाव देखा जा सकता है। व्यय में वृद्धि होगी और आपको इसपर लगाम लगाने की अब भी ज़रूरत है। अचानक हुई आर्थिक हानि और चोरी की संभावना को भी इस दौरान नहीं नकारा जा सकता है। आपकी सोच नकारात्मक हो सकती है। आपको उत्साह के साथ परिस्थितियों का सामना करना चाहिए। आपको व्यक्तिगत और पारिवारिक तौर पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, नहीं तो बड़ी परेशानियाँ पैदा हो सकती हैं। विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई-लिखाई पर थोड़ा नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है और उन्हें पिछले स्तर पर बने रहने के लिए अधिक परिश्रम की ज़रूरत होगी। परिणाम धीरे-धीरे और प्रायः हमेशा विलम्ब से प्राप्त होंगे। यह काल-खण्ड ख़तरे को भी दर्शाता है, अतः गाड़ी चलाते समय विशेष सावधानी अपेक्षित है। यदि संभव हो तो मांसाहार और मदिरापान से दूर रहकर शनि को प्रसन्न रखें। यदि आप समझदारी से काम लेंगे, तो घरेलू व आर्थिक मामलों में आने वाली परेशानियों को भली-भांति हल करने में सफल रहेंगे। नोट: